मुझे पाने की तुम ज़िद ना करो
किसी की छोड़ी हुई मोहब्बत हूं मैं।
वापस लौट आया है हवाओं का रुख मोड़ने वाला
दिल में फिर उतर रहा है दिल तोड़ने वाला।
अपनों के बीच बेगाने हो गए हैं
प्यार के लम्हे अनजाने हो गए हैं
जहाँ पर फूल खिलते थे कभी
आज वहां पर वीरान हो गए हैं।
जो शख्स तेरे तसव्वुर से हे महक जाये
सोचो तुम्हारे दीदार में उसका क्या होगा।
हो तल्लुक तो रूह से हो
दिल तो अक्सर भर जाते हैं ।
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ था
फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था।
सांसों की डोर छूटती जा रही है
किस्मत भी हमे दर्द देती जा रही है
मौत की तरफ हैं कदम हमारे
मोहब्बत भी हम से छूटती जा रही है।
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए
तेरे शहर में ज़िन्दगी कही तो होनी चाहिए।
नज़रों से देखो तोह आबाद हम हैं
दिल से देखो तोह बर्बाद हम हैं
जीवन का हर लम्हा दर्द से भर गया
फिर कैसे कह दें आज़ाद हम हैं।
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगा
मगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं।
मुझे अच्छा लगता है तुझसे गुफ्तगू करना
ऐसा लगता है कि लौट आया हो कोई अपना।
सच्ची मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती
वक़्त के साथ खामोश हो जाती है।
ज़िन्दगी के सफ़र में आपका सहारा चाहिए
आपके चरणों का बस आसरा चाहिए
हर मुश्किलों का हँसते हुए सामना करेंगे
बस ठाकुर जी आपका एक इशारा चाहिए।
मैं तब भी तेरा रहूंगा
जब मैं नहीं रहूँगा ।
आशिक के नाम से सभी जानते हैं
इतना बदनाम हो गए हम मयखाने में
जब भी तेरी याद आती है बेदर्द मुझे
तोह पीते हैं हम दर्द पैमाने में
हम इश्क़ के वो मुकाम पर खड़े है
जहाँ दिल किसी और को चाहे तो गुन्हा लगता है
गिलास पर गिलास बहुत टूट रहे हैं
खुसी के प्याले दर्द से भर रहे हैं
मशालों की तरह दिल जल रहे हैं
जैसे ज़िन्दगी में बदकिस्मती से मिल रहे हैं
नशे में भी तेरा नाम लब पर आता है
चलते हुए मेरे पाँव लड़खड़ाते हैं
दर्द सा दिल में उठता है मेरे
हसीं चेहरे पर भी दाग नजर आता है
सच्चा प्यार किसी भूत की तरह होता है
बातें तो सब करते है देखा किसी ने नहीं
मत पूछ ये की मैं तुझे भुला नहीं सकता
तेरी यादों के पन्ने को मैं जला नहीं सकता
संघर्ष यह है कि खुद को मारना होगा
और अपने सुकून की खातिर तुझे रुला नहीं सकता
दुनिया को आग लगाने की ज़रूरत नहीं
तो मेरे साथ चसल आग खुद लग जाएगी
तुम नहीं हो पास मगर तन्हाँ रात वही है
वही है चाहत यादों की बरसात वही है
हर खुशी भी दूर है मेरे आशियाने से
खामोश लम्हों में दर्द-ए-हालात वही है
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर,
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर।
कर दे नजरे करम मुझ पर,
मैं तुझपे ऐतबार कर दूं,
दीवाना हूं तेरा ऐसा,
कि दीवानगी की हद को पार कर दूं।
मेरी आंखों में यही हद से
ज्यादा बेशुमार है,
तेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द
तेरा ही इंतजार है।
मेरे सीने में एक दिल है❤
उस दिल की धड़कन हो तुम…
वक्त कितना भी बदल जाए….
मेरी मोहब्बत कभी नही बदलेगी..!!❤️